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Showing posts from November, 2021

लिंफैटिको-1 Linfatico-1 (Lymphmittel-1)

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    लिंफैटिको-1 Linfatico-1 (Lymphmittel-1)             लिफैटिको-1 दवा के निर्माण में निम्‍न औषधीय पौधों को एक निश्चित अनुपात में मिला कर तैयार किया गया है । क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 ECHINACEA ANGUSTIFOLIA   10 2   ERYTHRAEA CENTURIUM   10 3 FUCUS VESICULOSIS   10 4   HUMULUS   LUPULUS   20 5   MENYANTHUS   TRIFOLIATA   20 6    OXALIS   ACETOCELLA   20 7    PULMONARIA OFFICINALIS   10 8   SIMARUBA   AMARA   10               यह औषधिय एस और ए वर्ग के बीच की औषधिय , अत: रक्‍त एंव रस दोनों के कार्यो में आई खराबी व असमानता को दूर करती है एंव उन्‍हे अपनी स्‍वाभाविक अवस्‍था में लाती है , अत: हम कह सकते है कि यह रक्‍त एंव रस को शुद्ध करत

एंजियाटिकोज -3

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                          एंजियाटिकोज -3                                                  इस औषधी का निर्माण निम्‍न औषधीय पौधों से एक निश्चित अनुपात में मिश्रित कर बनाया गया है ।     क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 ARNICA   MONTANA (Brinjasik)   30 2 ARTEMISIA ABROTANUM 10 3 AVENA   SATIVA (Jawi, Jai Oats) 20 4 HYDRASTIS CANADENSIS 20 5 MALVA   SILVESTERIS 10 6 PULSATILLA VULGARIS 10 7 SANGUINARIA CANADENSIS   20     20                                        एंजियाटिको -3 रक्‍त बनाने , रक्‍त को शुद्ध करने वाली , वेन्‍स में आई खराबी की बजह से ब्‍लॉकेज होना , ब्‍लॉकेज को यह धीरे धीरे धोल देती है , ब्‍लड कम्‍पोजिशन में आई खराबी को यह ठीक करती , ब्‍लड में टॉक्‍सीन होना आदि रक्‍त स

एंजियाटिकोज -2

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                                  एंजियाटिकोज - 2      रक्‍त संचार की खराबी की वजह से उत्‍पन्‍न हिद्रय सम्‍बन्धित समस्‍याये , यह दवा हिद्रय के दाहिने भाग पर प्रभावी तथा वेन पर कार्य करती है , वेन या शिराओं का कार्य अशुद्ध रक्‍त को ह्रिदय तक पुचाना है   , वेन मे रूकावट की वजह से वेरीकोज बेन , या साईटिका , गाठों का बनना सिस्‍ट या बबासीर , शरीर में कही भी मॉस या हडडी का बढना आदि में उपयोगी ! इस औषधी के निर्माण में निम्‍न औषधिय पौधों को निश्‍चित अनुपात में मिश्रित कर बनाया गया है ।   क्र0 औषधिय पौधों के नाम उपयोग मात्रये 1 AVENA   SATIVA (Jawi, Jai Oats)   30 2 SANGUINARIA CANADENSIS 20 3 HYDRASTIS CANADENSIS 10 4 AESCULUS HIPPOCASTANUM 20 5 HAMAMELIS VIRGINICA 10 6 ACHILLEA MILLIFOLIUM (Rajmari) 10 7 MALVA   SILVESTERIS   10