क्वान्टम थेवरी
क्वान्टम थेवरी क्वान्टम थेवरी :- जहॉ से भौतिक वस्तुओं का अस्तित्व समाप्त होने लगता है वहॉ से सूक्ष्म अर्थात क्वान्टम थैवरी का सिद्धान्त प्रारम्भ होने लगता है । यहॉ पर हमारे वस्तु शब्द का प्रयोग करने का तात्पर्य है चूंकि भौतिक वस्तु से है , जबकि अध्यात्म में दो प्रकार के अस्तित्व का विवरण है उनका मानना है कि हमारे शरीर में भौतिक शरीर तथा सूक्ष्म शरीर वि़द्यमान है । भौतिक वस्तु वह है जो दिखलाई देती है एंव समय के साथ उसका अस्तित्व नष्ट हो जाता है जबकि सूक्ष्म वस्तु का अस्तित्व समाप्त नही होता वह अपना रूप बदलती है । जिस प्रकार से भौतिक वस्तु का मान सख्यात्मक रूप से बढता है उसी प्रकार सूक्ष्म वस्तु की मात्रा जितनी कम होती जाती है उसका क्वान्टम मान सख्यात्मक रूप से बढता चला जाता है । जिस प्रकार से भौतिक वस्तुओं के सख्यात्मक मान से उसका आकलन किया जाता है ठीक उसी प्रकार से सूक्ष्म वस्तुओं के घटते क्रम के मान का संख्यात्मक आंकलन किया जाता है । भौतिक वस्तुओं का बढतें क्रम से उस वस्तु को धनात्मक वृद्धि के अनुसा